Public Provident Fund (PPF): पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) भारत सरकार द्वारा संचालित एक सुरक्षित और लोकप्रिय बचत योजना है, जिसका उद्देश्य छोटे निवेशकों को लंबे समय तक बचत करने के लिए प्रोत्साहित करना है। PPF में निवेश पर मिलने वाले रिटर्न पूरी तरह से सुरक्षित और गारंटीड होते हैं, क्योंकि यह योजना सरकार द्वारा समर्थित है। यह योजना उन निवेशकों के लिए बहुत फायदेमंद है जो जोखिम से बचते हुए सुनिश्चित रिटर्न पाना चाहते हैं। इस लेख में हम विस्तार से PPF की विशेषताएं, टैक्स लाभ, निवेश प्रक्रिया और इससे जुड़ी अन्य जानकारियाँ जानेंगे। (PPF): पब्लिक प्रोविडेंट फंड PPF में 1000 रुपए जमा करने पर इतने साल बाद लगभग 3.25 लाख रुपए मिलेंगे ।
सार्वजनिक भविष्य निधि खाता (PPF)
Public Provident Fund परिचय:
- न्यूनतम जमा राशि ₹ 500/- और अधिकतम जमा राशि ₹ 1,50,000/- एक वित्तीय वर्ष में।
- 3रे वित्तीय वर्ष से लेकर 6ठे वित्तीय वर्ष तक ऋण सुविधा उपलब्ध है।
- 7वें वित्तीय वर्ष से हर साल निकासी की अनुमति है।
- खाता उस वित्तीय वर्ष की समाप्ति के बाद पंद्रह पूर्ण वित्तीय वर्षों के बाद परिपक्व होता है, जिस वर्ष में खाता खोला गया था।
- परिपक्वता के बाद, खाते को 5 साल के ब्लॉक के लिए आगे बढ़ाने के साथ जमा किए जा सकते हैं।
- परिपक्वता के बाद बिना किसी और जमा के खाते को अनिश्चित काल तक ब्याज दर के साथ बनाए रखा जा सकता है।
- PPF खाते की राशि अदालत के किसी आदेश या डिक्री के तहत कुर्क नहीं की जा सकती।
- जमा राशि आयकर अधिनियम की धारा 80-C के तहत कटौती के लिए योग्य है।
खाते में अर्जित ब्याज आयकर अधिनियम की धारा 10 के तहत आयकर से मुक्त है।
Public Provident Fund (PPF) के मुख्य लाभ:
- निवेश की सुरक्षा: सरकार द्वारा संचालित योजना होने के कारण PPF में निवेश किया गया पैसा पूरी तरह सुरक्षित है।
- गारंटीड रिटर्न: PPF में निवेश पर मिलने वाला ब्याज दर सरकार द्वारा समय-समय पर निर्धारित किया जाता है।
- टैक्स छूट: PPF ईईई (छूट-छूट-छूट) श्रेणी में आता है, जिसका मतलब यह है कि निवेश की गई राशि, ब्याज और मैच्योरिटी पर मिलने वाली राशि तीनों पर कोई टैक्स नहीं लगता।
Public Provident Fund (PPF) की विशेषताएं:
- ब्याज दर: वर्तमान में PPF पर ब्याज दर 7.1% (2023-24 की तीसरी तिमाही) है।
- न्यूनतम निवेश: प्रति वर्ष न्यूनतम ₹500 निवेश करना अनिवार्य है।
- अधिकतम निवेश: एक वित्तीय वर्ष में PPF खाते में अधिकतम ₹1.5 लाख तक का निवेश किया जा सकता है।
- अवधि: PPF की अवधि 15 वर्षों की होती है, जिसे बाद में 5-5 साल के लिए बढ़ाया जा सकता है।
- टैक्स लाभ: धारा 80C के तहत PPF में निवेश करने पर अधिकतम ₹1.5 लाख तक की टैक्स छूट मिलती है।
PPF अकाउंट खोलने की प्रक्रिया
PPF खाता खोलना बेहद सरल है। इसे आप डाकघर या किसी भी राष्ट्रीयकृत बैंक, जैसे कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), पंजाब नेशनल बैंक (PNB), ICICI बैंक, HDFC बैंक आदि के माध्यम से खोल सकते हैं। इसके अलावा, कई प्राइवेट बैंक भी यह सुविधा प्रदान करते हैं। यदि आपका अकाउंट किसी बैंक में पहले से है, तो आप नेटबैंकिंग के जरिये भी PPF खाता खोल सकते हैं।
PPF खाता खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेज़:
- केवाईसी दस्तावेज़: आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी या ड्राइविंग लाइसेंस।
- पते का प्रमाण: आधार कार्ड, राशन कार्ड, बिजली बिल, पासपोर्ट आदि।
- फोटो: पासपोर्ट साइज फोटो।
- नॉमिनी फॉर्म (फॉर्म E)।
ऑनलाइन PPF अकाउंट कैसे खोलें:
- अपने बैंक की नेटबैंकिंग सेवा में लॉग इन करें।
- “Open a PPF Account” विकल्प चुनें।
- आवश्यक जानकारी भरें, जैसे नॉमिनेशन, पैन कार्ड विवरण आदि।
- अपने खाते से निवेश की जाने वाली राशि का चयन करें।
- स्टैंडिंग इंस्ट्रक्शन सेट करें ताकि बैंक आपके अकाउंट से नियमित रूप से राशि काट सके।
- ओटीपी वैरिफिकेशन के बाद, आपका PPF खाता खुल जाएगा।
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PPF खाते से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी:
1. लॉक-इन अवधि:
PPF एक लंबी अवधि की बचत योजना है जिसमें 15 साल की लॉक-इन अवधि होती है। इस अवधि के दौरान आपको पैसा निकालने की अनुमति नहीं होती है। हालांकि, कुछ आपातकालीन परिस्थितियों में आंशिक रूप से पैसा निकाला जा सकता है। 15 साल की अवधि पूरी होने के बाद, आप इसे 5 साल के लिए और बढ़ा सकते हैं।
2. PPF पर ब्याज:
PPF खाते पर ब्याज की गणना हर महीने की जाती है, लेकिन इसे हर वित्तीय वर्ष के अंत में खाते में जोड़ा जाता है। ब्याज की गणना महीने की 5 तारीख से लेकर आखिरी दिन तक के न्यूनतम बैलेंस पर की जाती है, इसलिए सलाह दी जाती है कि निवेशक हर महीने की 5 तारीख से पहले अपने खाते में पैसे जमा करें।
3. टैक्स लाभ:
PPF खाते में जमा की गई राशि पर धारा 80C के तहत ₹1.5 लाख तक की टैक्स छूट मिलती है। इसके अलावा, ब्याज और मैच्योरिटी पर मिलने वाली राशि भी टैक्स फ्री होती है, जिससे यह एक अत्यधिक लाभकारी योजना बनती है।
4. लोन सुविधा:
PPF खाते में जमा राशि के बदले में आप खाता खोलने के तीसरे वर्ष से लेकर छठे वर्ष तक लोन ले सकते हैं। अधिकतम लोन राशि उस समय उपलब्ध PPF बैलेंस का 25% तक हो सकती है।
5. समय से पहले निकासी:
PPF खाते से आंशिक निकासी की अनुमति खाता खोलने के 6 वर्ष बाद दी जाती है। एक वित्तीय वर्ष में केवल एक आंशिक निकासी की जा सकती है, और निकाली जा सकने वाली राशि खाते के पिछले वर्ष के अंत में उपलब्ध राशि के 50% तक हो सकती है।
6. खाता निष्क्रिय होने पर पुनः चालू करें:
यदि आप किसी वर्ष में न्यूनतम ₹500 जमा नहीं करते हैं, तो आपका PPF खाता निष्क्रिय हो जाएगा। इसे पुनः सक्रिय करने के लिए आपको प्रति वर्ष ₹50 का जुर्माना और बकाया राशि जमा करनी होगी।
7. PPF खाता बंद करना:
आम तौर पर, PPF खाता 15 साल की अवधि से पहले बंद नहीं किया जा सकता। हालांकि, गंभीर बीमारियों या किसी आपातकालीन स्थिति में इसे बंद किया जा सकता है, लेकिन इसके लिए उचित दस्तावेज प्रस्तुत करने की आवश्यकता होती है।
PPF खाते का विस्तार
PPF Public Provident Fund खाता 15 साल बाद मैच्योर होता है। इसके बाद, खाता धारक के पास इसे 5 साल की अवधि के लिए बढ़ाने का विकल्प होता है। आप इसे बिना अतिरिक्त योगदान के या नियमित योगदान के साथ बढ़ा सकते हैं।
1. योगदान के साथ विस्तार:
यदि आप मैच्योरिटी के बाद खाते में नियमित योगदान जारी रखना चाहते हैं, तो आपको फॉर्म H जमा करना होगा। यह फॉर्म मैच्योरिटी के एक साल के भीतर जमा करना आवश्यक होता है। इस स्थिति में आप खाते में उपलब्ध राशि का अधिकतम 60% तक निकाल सकते हैं।
2. बिना योगदान के विस्तार:
यदि आप योगदान जारी नहीं रखना चाहते हैं, तो भी आप 5 साल के लिए खाता बढ़ा सकते हैं। इस स्थिति में आपको कोई फॉर्म जमा करने की आवश्यकता नहीं होती। आप खाते में जमा पूरी राशि का हर साल आंशिक रूप से निकासी कर सकते हैं।
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PPF ट्रांसफर
PPF खाते को एक बैंक से दूसरे बैंक, या बैंक से डाकघर और इसके विपरीत ट्रांसफर किया जा सकता है। यह ट्रांसफर प्रक्रिया मुफ्त होती है और इसके लिए आपको अपने बैंक या डाकघर से संपर्क करना होगा।
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) एक सुरक्षित, टैक्स लाभकारी और लंबी अवधि की बचत योजना है, जो विशेष रूप से उन लोगों के लिए आदर्श है जो जोखिममुक्त निवेश विकल्प की तलाश कर रहे हैं। यह योजना ना केवल आपको गारंटीड रिटर्न देती है, बल्कि टैक्स बचाने में भी मदद करती है। PPF खाता खोलना और इसका प्रबंधन भी बेहद सरल है, जिसे आप ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरीकों से कर सकते हैं।