Ration Card e- KYC 2024: अब होगा 40% राशन कार्ड धारकों पर खतरा, जानें क्या है कारण और कैसे करें इससे अपना बचाव

Ration Card e- KYC 2024: उत्तर प्रदेश और देश के अन्य हिस्सों में सरकार ने राशन कार्ड ई-केवाईसी (e-KYC) को अनिवार्य कर दिया है। इसका मुख्य उद्देश्य अपात्र लाभार्थियों को हटाकर वास्तविक जरूरतमंद लोगों तक सरकारी राशन पहुँचाना है। हालांकि, कई जिलों में अभी भी बड़ी संख्या में राशन कार्ड धारक ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूरी नहीं कर पाए हैं। इससे उन्हें राशन वितरण से बाहर किए जाने का खतरा है। यह समस्या सर्वर डाउन, फिंगरप्रिंट मेल न होना और पारिवारिक सदस्यों की अनुपस्थिति जैसी चुनौतियों के कारण बढ़ गई है। इटावा जैसे जिलों में लगभग 40% राशन कार्ड धारक अभी तक अपनी ई-केवाईसी पूरी नहीं कर पाए हैं।

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इस लेख में हम विस्तार से ई-केवाईसी के महत्व, इसे न कराने के परिणाम, देरी के कारण, और समय सीमा के भीतर इसे पूरा करने के तरीके पर चर्चा करेंगे।

Table of Contents

Ration Card e- KYC क्या है और इसकी आवश्यकता क्यों? (What is Ration Card e-KYC and why is it needed?)

ई-केवाईसी (Electronic Know Your Customer) एक डिजिटल प्रक्रिया है, जिसमें राशन कार्ड धारकों और उनके परिवार के सदस्यों की पहचान आधार कार्ड के माध्यम से सत्यापित की जाती है। यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि:

  1. फर्जी राशन कार्ड धारकों की पहचान हो सके:
    कई राशन कार्ड में ऐसे लोगों के नाम होते हैं जो लाभ लेने के पात्र नहीं हैं, जैसे कि वे लोग जो पहले से मर चुके हैं या शादी करके किसी अन्य परिवार में चले गए हैं।
  2. पारदर्शिता बढ़ाई जा सके:
    ई-केवाईसी की मदद से राशन वितरण प्रक्रिया में पारदर्शिता लाई जा सकेगी और भ्रष्टाचार को रोका जा सकेगा।
  3. लाभार्थियों की वास्तविक संख्या पता चल सके:
    सरकार के पास प्रत्येक जिले के वास्तविक लाभार्थियों का सटीक आंकड़ा होगा, जिससे योजना को और अधिक प्रभावी बनाया जा सकेगा।
  4. राशन का वितरण केवल वास्तविक लाभार्थियों तक ही सीमित हो:
    अपात्र लाभार्थियों के नाम राशन कार्ड से हटाए जाएंगे, जिससे जरूरतमंद लोगों को उनका हक मिल सकेगा।

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इटावा और अन्य जिलों में Ration Card e- KYC 2024 की स्थिति

इटावा जिले में कुल 2.96 लाख राशन कार्ड धारक हैं, जिनमें लगभग 12 लाख यूनिट (परिवारिक सदस्य) आते हैं। हालांकि, अब तक केवल 7 लाख यूनिट का ई-केवाईसी किया जा सका है, जबकि 5 लाख यूनिट अभी भी इस प्रक्रिया से वंचित हैं। यदि इन लोगों ने 30 सितंबर 2024 तक अपनी ई-केवाईसी पूरी नहीं करवाई, तो उनका नाम राशन कार्ड से हटाया जा सकता है, जिससे वे सरकारी राशन का लाभ नहीं ले पाएंगे।

इटावा के अलावा, छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में भी स्थिति गंभीर है, जहां लगभग 2 लाख राशन कार्ड धारकों की ई-केवाईसी अभी तक पूरी नहीं हो पाई है। खाद्य विभाग ने 21 अक्टूबर 2024 तक की समय सीमा निर्धारित की है, जिसके बाद राशन कार्ड रद्द हो सकते हैं।

Ration Card e- KYC में देरी के प्रमुख कारण (Major reasons for delay in Ration Card e-KYC)

ई-केवाईसी प्रक्रिया में देरी के पीछे कई महत्वपूर्ण कारण हैं, जो इस प्रकार हैं:

1. सर्वर डाउन और तकनीकी समस्याएं:

ई-केवाईसी के दौरान सबसे आम समस्या सर्वर का धीमा चलना या बार-बार डाउन होना है। जनसेवा केंद्रों पर आधार कार्ड डेटा अपडेट नहीं हो पा रहा है, जिससे लोगों की ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी नहीं हो रही है। सर्वर पर अधिक लोड होने से प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न हो रही है।

2. परिवार के सभी सदस्यों की अनुपस्थिति:

ई-केवाईसी के लिए प्रत्येक परिवारिक सदस्य की उपस्थिति अनिवार्य है। हालांकि, कई परिवार ऐसे हैं जिनके सदस्य अलग-अलग शहरों में रहते हैं या काम करते हैं। ऐसे में सभी सदस्यों की एक साथ उपस्थिति मुश्किल हो जाती है, जिसके कारण ई-केवाईसी पूरी नहीं हो पाती है।

3. फिंगरप्रिंट मैच न होना:

कई लोगों के फिंगरप्रिंट आधार डेटा से मेल नहीं खा रहे हैं। यह समस्या विशेष रूप से बुजुर्गों और मजदूरों में देखने को मिल रही है, जिनके फिंगरप्रिंट अक्सर स्पष्ट नहीं होते। इसके अलावा, लंबे समय से काम करने वाले श्रमिकों के फिंगरप्रिंट की स्थिति खराब हो सकती है, जिससे उनकी पहचान आधार प्रणाली में सत्यापित नहीं हो पाती।

4. आधार कार्ड में त्रुटियां:

कई लोगों के आधार कार्ड में नाम, जन्मतिथि, या अन्य जानकारी में गलतियां हैं, जिनकी वजह से उनकी ई-केवाईसी प्रक्रिया अटक जाती है। ये त्रुटियां ठीक कराने के लिए उन्हें पहले आधार केंद्र पर जाना पड़ता है, जिससे देरी होती है।

5. जागरूकता की कमी:

कुछ लोग ई-केवाईसी की अनिवार्यता और इसके लाभों के बारे में जानकारी नहीं रखते। ग्रामीण इलाकों में जागरूकता की कमी के चलते लोग समय पर ई-केवाईसी नहीं करवा पा रहे हैं।

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e – KYC न कराने के परिणाम (Consequences of not getting e-KYC done)

ई-केवाईसी की अनिवार्यता को न मानने पर राशन कार्ड धारकों को गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं:

  1. राशन से वंचित रहना:
    ई-केवाईसी न कराने पर राशन कार्ड धारकों का नाम लाभार्थी सूची से हटा दिया जाएगा। इससे वे सरकारी सब्सिडी वाले राशन से वंचित हो जाएंगे।
  2. राशन कार्ड रद्द होना:
    ई-केवाईसी के बिना राशन कार्ड धारकों का नाम स्थायी रूप से राशन कार्ड से हटाया जा सकता है, और उनके कार्ड रद्द कर दिए जा सकते हैं। इसका मतलब है कि भविष्य में राशन मिलने की संभावना समाप्त हो जाएगी।
  3. आर्थिक बोझ:
    सरकारी सस्ते राशन के बिना, गरीब परिवारों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ सकता है। महंगे बाजार दरों पर राशन खरीदना उनके बजट में फिट नहीं हो पाएगा, जिससे उनकी रोजमर्रा की जिंदगी प्रभावित होगी।
  4. सार्वजनिक वितरण प्रणाली से बहिष्करण:
    सरकार द्वारा चलाई जा रही अन्य योजनाओं में भी ई-केवाईसी की जरूरत हो सकती है। यदि यह प्रक्रिया पूरी नहीं होती है, तो लोगों को अन्य सरकारी योजनाओं से भी बाहर किया जा सकता है।

e – KYC प्रक्रिया को कैसे पूरा करें? (How to complete e-KYC process?)

अगर आप राशन कार्ड धारक हैं और आपने अभी तक ई-केवाईसी नहीं करवाई है, तो इन आसान चरणों का पालन करके आप इस प्रक्रिया को पूरा कर सकते हैं:

1. नजदीकी आधार केंद्र पर जाएं:

अगर आपका फिंगरप्रिंट मेल नहीं खा रहा है या आधार में कोई त्रुटि है, तो सबसे पहले अपने नजदीकी आधार सेवा केंद्र पर जाकर आधार अपडेट कराएं।

2. सभी परिवारिक सदस्यों को साथ लेकर जाएं:

राशन कार्ड में दर्ज सभी परिवारिक सदस्यों को जनसेवा केंद्र पर लेकर जाएं ताकि उनकी ई-केवाईसी भी पूरी हो सके।

3. जनसेवा केंद्र पर आधार सत्यापन:

ई-केवाईसी की प्रक्रिया को जनसेवा केंद्रों पर जाकर पूरा किया जा सकता है। कोशिश करें कि दिन के शुरुआत में यह काम करें, जब सर्वर पर कम लोड होता है।

4. समयसीमा का पालन करें:

हर हाल में 30 सितंबर 2024 तक अपनी ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी करें ताकि आपका नाम राशन कार्ड से न हटे।

5. सरकारी अधिकारियों से संपर्क करें:

यदि आप किसी प्रकार की तकनीकी समस्या का सामना कर रहे हैं, तो तुरंत अपने स्थानीय खाद्य निरीक्षक या पूर्ति अधिकारी से संपर्क करें।

e – KYC की अंतिम तारीखें और समयसीमा (e-KYC last dates and deadlines)

  1. उत्तर प्रदेश:
    इटावा जिले और अन्य जिलों के लिए ई-केवाईसी की अंतिम तारीख 30 सितंबर 2024 है। अगर इस तारीख तक प्रक्रिया पूरी नहीं होती, तो लाभार्थियों के नाम राशन कार्ड से हटा दिए जाएंगे।
  2. छत्तीसगढ़:
    बस्तर जिले के लिए ई-केवाईसी की अंतिम तारीख 21 अक्टूबर 2024 निर्धारित की गई है। यदि तब तक ई-केवाईसी पूरी नहीं होती है, तो वहां के 2 लाख से अधिक राशन कार्ड धारकों को राशन मिलने में बाधा आ सकती है।

Ration Card e- KYC के महत्त्वपुर्ण लिंक

राशनकार्ड ई-केवाईसी की अधिकारीक वेबसाईट nfsa.gov.in या एप्लिकेशन से जानें सारी जानकारी।

कौन सा राशन कार्ड सबसे गरीब लोगों के लिए है? (Which ration card is for the poorest people?)

सबसे गरीब लोगों के लिए “अंत्योदय अन्न योजना (AAY) राशन कार्ड” है। यह कार्ड अत्यंत गरीब परिवारों के लिए होता है, जिनकी मासिक आय बहुत कम होती है। इसके तहत सबसे सस्ता अनाज जैसे गेहूं, चावल, और अन्य आवश्यक वस्तुएं दी जाती हैं।

राशन कार्ड बनवाने के लिए कितनी आयु होनी चाहिए? (What should be the age to get a ration card?)

राशन कार्ड बनवाने के लिए 18 वर्ष की आयु होनी चाहिए। हालांकि, परिवार के नाबालिग सदस्यों को भी परिवार के राशन कार्ड में जोड़ा जा सकता है।

राशन कार्ड बन रहा है कि नहीं कैसे पता करें 2024? (How to know whether ration card is being made or not in 2024?)

2024 में आप अपना राशन कार्ड बन रहा है या नहीं, यह जानने के लिए आप इन तरीकों का उपयोग कर सकते हैं:

  • ऑनलाइन पोर्टल: राज्य के खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आप अपनी आवेदन स्थिति की जांच कर सकते हैं।
  • SMS सेवा: कुछ राज्यों में एसएमएस के माध्यम से राशन कार्ड की स्थिति की जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
  • जन सेवा केंद्र (CSC): आप नजदीकी जन सेवा केंद्र पर जाकर भी स्थिति की जानकारी ले सकते हैं।

राशन कार्ड नहीं बन रहा है तो क्या करें? (What to do if ration card is not being made?)

यदि राशन कार्ड नहीं बन रहा है, तो निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं:

  • दस्तावेज़ों की जांच करें: यह सुनिश्चित करें कि आपने सभी आवश्यक दस्तावेज सही ढंग से जमा किए हैं।
  • स्थानीय खाद्य अधिकारी से संपर्क करें: आप अपने क्षेत्र के खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं।
  • ऑनलाइन शिकायत दर्ज करें: राज्य के खाद्य विभाग की वेबसाइट पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकते हैं।

नया राशन कार्ड कैसे बनवाएं? (How to get a new ration card made?)

नया राशन कार्ड बनवाने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें|

  1. आवेदन फॉर्म भरें: राज्य की खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग की वेबसाइट से ऑनलाइन आवेदन करें या जन सेवा केंद्र (CSC) से फॉर्म लें।
  2. दस्तावेज़ जमा करें: पहचान प्रमाण (आधार कार्ड), पते का प्रमाण (वोटर आईडी, बिजली का बिल), आय प्रमाण पत्र आदि आवश्यक दस्तावेज़ जमा करें।
  3. प्रसंस्करण शुल्क जमा करें: कुछ राज्यों में छोटे प्रसंस्करण शुल्क का भुगतान भी करना पड़ता है।
  4. आधिकारिक प्रक्रिया का इंतजार करें: सत्यापन के बाद, आपको राशन कार्ड डाक द्वारा भेजा जाएगा या आप इसे ऑनलाइन डाउनलोड कर सकते हैं।

शादी के बाद राशन कार्ड से नाम कैसे हटाएं? (How to remove name from ration card after marriage?)

शादी के बाद, नाम हटाने के लिए:

  1. आवेदन पत्र भरें: नाम हटाने के लिए राज्य के राशन कार्ड पोर्टल या जन सेवा केंद्र पर आवेदन करें।
  2. प्रमाण जमा करें: शादी का प्रमाण पत्र, नया राशन कार्ड (जिसमें जोड़ना है) और अन्य आवश्यक दस्तावेज़ जमा करें।
  3. वेरिफिकेशन के बाद नाम हटाया जाएगा।

शादी के बाद राशन कार्ड कैसे बनाएं? (How to make ration card after marriage?)

शादी के बाद, नया राशन कार्ड बनवाने के लिए:

  1. नया राशन कार्ड आवेदन करें: शादी के बाद पति या पत्नी के राशन कार्ड में नाम जोड़ने के लिए आवेदन करें।
  2. दस्तावेज़ जमा करें: विवाह प्रमाण पत्र, आधार कार्ड और अन्य पहचान दस्तावेज़ जमा करें।
  3. नाम जुड़ने के बाद नया राशन कार्ड जारी किया जाएगा।

राशन कार्ड में नाम क्यों काट रहा है? (Why is the name being deleted from the ration card?)

राशन कार्ड में नाम कटने के कारण निम्नलिखित हो सकते हैं:

  1. ई-केवाईसी न करना: यदि आपने ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी नहीं की है, तो आपका नाम काटा जा सकता है।
  2. अन्य सरकारी डेटा में विसंगति: यदि किसी अन्य सरकारी योजना या दस्तावेज में आपकी जानकारी में गड़बड़ी पाई गई है, तो नाम काटा जा सकता है।
  3. अयोग्यता: आपकी आय या आर्थिक स्थिति के कारण आप राशन कार्ड के पात्र नहीं हो सकते, जिससे आपका नाम काटा जा सकता है।

राशन कार्ड में नाम कितने दिन में जुड़ जाता है? (In how many days the name gets added to the ration card?)

आम तौर पर, राशन कार्ड में नया नाम जुड़ने की प्रक्रिया में 15 से 30 दिन का समय लगता है, लेकिन यह राज्य और स्थानीय अधिकारियों की प्रक्रिया पर निर्भर करता है।

क्या राशन कार्ड में नाम चेंज हो सकता है? (Can the name be changed in the ration card?)

हाँ, राशन कार्ड में नाम बदलना संभव है। इसके लिए आपको उचित दस्तावेज़ और कारण प्रस्तुत करने होंगे, जैसे कि शादी के बाद नाम बदलना या अन्य कानूनी कारणों से नाम परिवर्तन करना।

ई-केवाईसी की अनिवार्यता राशन वितरण में पारदर्शिता लाने और जरूरतमंद लोगों तक सरकारी राशन पहुंचाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। हालांकि, तकनीकी समस्याओं और जागरूकता की कमी के कारण बहुत से लोग अभी तक इस प्रक्रिया को पूरा नहीं कर पाए हैं। समयसीमा नजदीक है, इसलिए यदि आप राशन कार्ड धारक हैं, तो तुरंत अपनी ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी करें। इससे न केवल आप सरकारी योजनाओं का लाभ उठा पाएंगे, बल्कि देश के सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) को भी सुदृढ़ बना सकेंगे।

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